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Wednesday, April 27, 2022

भयंकर गर्मी में ग्वालियर कि यात्रा

ग्वालियर कि भयंकर गर्मी में यात्रा......
राजा मानसिंह तोमर युनिवर्सिटी ग्वालियर में दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होने का निमंत्रण था।
 तो सोचा चलो परिवार के साथ ही प्लान कर लूं कार्यक्रम भी देख लेंगे और परिवार के साथ ग्वालियर भी घुम लेंगे, ग्वालियर जाने से पहले ही लोकेन्द्र शर्मा अंकल जी जो कि मैरे अच्छे घुमक्कड़ मित्र से बात हो गई थी अंकल जी बड़े जोश के साथ निमंत्रण दिया था और कहा सीधे घर आ जाना लेकिन फिर भी हमने होटल ले लिया था।
सुबह सुबह होटल में चेक इन करके तैयार होकर बढ़े जोश के साथ ग्वालियर का किला घुम्ने निकले किला तो बहुत ही खुबसूरत था लेकिन गर्मी ने हालत खराब कर दी। चिलचिलाती धुप और पसीना कम होने का नाम हि नहीं ले रहे थे। जैसे तैसे दोपहर तक किला घुमा और सीधे होटल आकर बाकी समय ऐसी चलाया और आराम किया शाम तक तो ऐसा लगने लगा कि कहीं हिल स्टेशन पर आ गये है। 
शाम को मौसम ठंडा हुआ तो आसपास मंदिर और बाजार के लिए निकल गये और इसी के साथ एक दिन खत्म हो गया।
दुसरे दिन सुबह से अंकल जी के घर उनसे मिलने चले गए। 
 अंकलजी एवं आंटीजी से मिलकर और उनकी  मेहमान नवाजी से दिल खुश हो गया और ग्वालियर यात्रा यादगार हो गई।
आंटी जी के हाथ का स्वादिष्ट नाश्ता खाकर मज़ा आ गया फिर वहां से फिर रवाना हुए जीवाजी यूनिवर्सिटी के लिए जहां पर दिक्षांत समारोह के लिए हमें जाना था।
और वो पल आ गया जिसकी हमेशा से इच्छा थी कुलपति के हाथो अपनी डिग्री और मेडल लेना जीवन में शायद पहली बार मैंने इतनी पढ़ाई करी थी जिसकी वजह से युनिवर्सिटी में मेरीट लिस्ट मे दुसरे स्थान पर में आया। 
शाम को 7 बजे कार्यक्रम खत्म हुआ और 7.50 पर ट्रेन पकड़ी और इंदौर के लिए रवाना हो गए। तो इस तरह ग्वालियर का यह सफर खत्म हुआ बहुत ही अच्छा और यादगार सफर रहा।
(ग्वालियर में दो चिज़ जो मुझे अच्छी नहीं लगी एक तो वहां कि गर्मी और दुसरा गंदगी , जगह जगह कचरे का ढेर और यातायात व्यवस्था।)
धन्यवाद 🙏
Date : 28 April 2022
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