मैरी पिछली पोस्ट " एशवर्या और सलमान मालवा एक्सप्रेस मे"पर आपका सभी का बहुत प्यार मिला उसके लिए मै आपका बहुत बहुत आभारी हुँ। धन्यवादइस बार फिर ट्रेन का एक छोटा सा किस्सा सुना रहा हुँ इसे महसूस किजिए आशा है आपको पड़ने मे अच्छा लगेगा।तो दोस्तों बात है 2008 कि जब मै और मैरा दोस्त जयपुर घुमने निकले वैसे घुमना...
Thursday, March 4, 2021
ट्रेन कि चेन खिचने कि हार्दिक ईच्छा
दोस्तों आप लोगों का मैरी कहानियों पर जो प्यार मिल रहा है उससे मुझे और लिखने कि प्रेरणा मिल रही...2 किस्से तो आपने पड़ लिए थे आज लेकर आया हु फिर से एक और ट्रेन का किस्सा....."ट्रेन कि चेन खिचने कि हार्दिक ईच्छा" 😉बात है 2015 कि मै जबलपुर से खंडवा जा रहा था..ट्रेन मे खचाखच भीड़ कोई इधर से चिल्ला रहा है तो कोई उधर से बच्चों का रोना और औरतों कि चेचे पेपे लगी हुई है । लेकिन अपने को क्या मै तो मस्तमलंग...
Monday, March 1, 2021
एशवर्या और सलमान मालवा एक्सप्रेस मे
एशवर्या और सलमान मालवा एक्सप्रेस मे ....दोस्तों मे लेकर आया हुँ एक और किस्सा रेल का जो मैने आजतक किसी को नहीं सुनाया कभी मौका नहीं मिला हो सकता है लोगों को अजीब लगे इसलिए सुना नहीं पाया।लेकिन आज याद आ गया वो वाकया तो सोचा आपके समक्ष भी शेयर कर दु।बात है 2014 कि जब मै 45 दिनों कि उत्तर भारत कि...