एक अनाड़ी घुमक्कड.।।
2012 मैं मेने अपनी पहली यात्रा शुरू करी थी, मन मे डर बहुत था पानी से डर , उचाई से डर, लोगों कि भीड़ से डर, अंधेरे से डर और पता नहीं कितने डर और कभी कभी खुद को खोने का डर।
एक दिन बस यु ही बिना कुछ सोचे समझे बस घर वालो को कहा मुझे वेष्णो देवी जाना है। मेने फोन पर हि...